मेलबर्न टेस्ट अपने रोमांचक मोड़ पर पहुंच चुका है |
मेलबर्न टेस्ट अपने रोमांचक मोड़ पर पहुंच चुका है, और ऐसा लगता है कि टीम इंडिया इस मुकाबले को अपनी मुट्ठी में ले चुकी है। ऑस्ट्रेलिया की टीम, जो कभी जीत के करीब लग रही थी, अब बैकफुट पर है। इस पूरे खेल को बदलने में पांच भारतीय खिलाड़ियों की अहम भूमिका रही है। आइए जानते हैं, कौन-कौन से वो खिलाड़ी हैं जिन्होंने इस मुकाबले में गेम-चेंजर की भूमिका निभाई।
1. जसप्रीत बुमराह - बॉलिंग का जादूगर
जसप्रीत बुमराह ने इस मैच में अपना दबदबा कायम रखा। पहली पारी में चार विकेट और दूसरी पारी में भी चार विकेट लेकर उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया। बुमराह की घातक गेंदबाजी के आगे ऑस्ट्रेलिया के मजबूत बल्लेबाज भी टिक नहीं सके। चाहे सटीक यॉर्कर हो या शानदार लाइन-लेंथ, बुमराह ने हर पहलू में अपनी श्रेष्ठता साबित की।
2. नितीश कुमार रेड्डी - पहले टेस्ट में हीरो
नितीश कुमार रेड्डी ने अपने पहले टेस्ट में शानदार शतक जड़कर टीम इंडिया को संकट से बाहर निकाला। ऑस्ट्रेलिया के पहली पारी के 474 रनों के जवाब में भारत के लिए 369 रन बनाना संभव हुआ तो उसमें रेड्डी की अहम भूमिका थी। उनकी धैर्यपूर्ण और आक्रामक पारी ने टीम को स्थिरता दी। उनकी यह पारी दर्शाती है कि भारत को एक नया स्टार ऑलराउंडर मिल गया है।
3. वाशिंगटन सुंदर - हरफनमौला प्रदर्शन
वाशिंगटन सुंदर ने बल्ले और गेंद दोनों से कमाल किया। उन्होंने 50 रन बनाए और नितीश कुमार रेड्डी के साथ महत्वपूर्ण साझेदारी निभाई। इस साझेदारी ने भारत को मैच में वापस लाने में मदद की। साथ ही उन्होंने गेंद से भी योगदान दिया और एक महत्वपूर्ण विकेट चटकाया। सुंदर ने साबित कर दिया कि वे आर अश्विन के बाद भारत की टीम में ऑलराउंडर के रूप में जगह बनाने के प्रबल दावेदार हैं।
4. मोहम्मद सिराज - दूसरी पारी में वापसी
हालांकि पहली पारी में सिराज का प्रदर्शन फीका रहा, लेकिन दूसरी पारी में उन्होंने धमाकेदार वापसी की। उन्होंने उस्मान ख्वाजा, मार्नस लाबुशेन और स्टीव स्मिथ जैसे दिग्गज बल्लेबाजों को पवेलियन भेजा। उनकी सटीक गेंदबाजी ने ऑस्ट्रेलिया की कमर तोड़ दी और भारत को मजबूत स्थिति में ला खड़ा किया।
5. यशस्वी जायसवाल - शांत लेकिन प्रभावी पारी
यशस्वी जायसवाल की 82 रनों की पारी भले ही ज्यादा चर्चित न हो, लेकिन यह पारी बेहद महत्वपूर्ण रही। उन्होंने विराट कोहली के साथ साझेदारी कर टीम को स्थिरता दी। हालांकि रन आउट होकर वह अपने शतक से चूक गए, लेकिन उनकी यह पारी भारत के स्कोर को स्थिरता देने में अहम रही।
अब क्या होगा?
फिलहाल, ऑस्ट्रेलिया के 9 विकेट गिर चुके हैं, और वे 228 रन बना चुके हैं। भारत के पास 333 रनों की मजबूत बढ़त है, जो पांचवें दिन 350 के पार जा सकती है। भारतीय गेंदबाज ताजा जोश के साथ मैदान में उतरेंगे, और यह उम्मीद की जा रही है कि वे जल्दी ऑस्ट्रेलिया की पारी समेट देंगे।
ऑस्ट्रेलिया के लिए यह मैच करो या मरो जैसा है। अगर वे यह मुकाबला हारते हैं, तो डब्ल्यूटीसी फाइनल में उनकी जगह बनाना मुश्किल हो जाएगा। दूसरी ओर, टीम इंडिया इस जीत के साथ अपनी फाइनल की दावेदारी और मजबूत कर लेगी।
मेलबर्न टेस्ट के इस रोमांचक समापन का हर क्रिकेट प्रशंसक बेसब्री से इंतजार कर रहा है।
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