ब्रिस्बेन टेस्ट के दौरान गाबा स्टेडियम में भारतीय खिलाड़ी प्रैक्टिस करते हुए |
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच ब्रिस्बेन में खेले जाने वाले बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के तीसरे टेस्ट मैच पर बारिश के साए ने खतरा मंडरा दिया है। ब्रिस्बेन का मौसम भारत के लिए चिंता का कारण बन सकता है, क्योंकि डब्लूटीसी (वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप) फाइनल में पहुंचने के लिए इस सीरीज का हर मुकाबला बेहद अहम है।
ब्रिस्बेन के मौसम का हाल
ब्रिस्बेन के मौसम विभाग ने टेस्ट मैच के पांचों दिन (14 से 18 दिसंबर) बारिश की संभावना जताई है।
14 दिसंबर: 50% बारिश की संभावना
15 और 16 दिसंबर: 40% बारिश की संभावना
17 दिसंबर: 30% बारिश की संभावना
18 दिसंबर: 40% बारिश की संभावना
इन आंकड़ों से यह स्पष्ट है कि खेल में बार-बार रुकावट आ सकती है, जिससे ओवर्स कट सकते हैं और मैच ड्रॉ होने की संभावना बढ़ जाएगी।
डब्लूटीसी फाइनल की रेस में टीम इंडिया का समीकरण
डब्लूटीसी पॉइंट्स टेबल में भारत फिलहाल तीसरे स्थान पर है। ब्रिस्बेन टेस्ट ड्रॉ होने की स्थिति में भारत का विनिंग पर्सेंटेज 57.2% से घटकर 55.8% हो जाएगा। ऐसे में मेलबर्न और सिडनी टेस्ट को जीतना भारत के लिए अनिवार्य हो जाएगा।
मौजूदा डब्लूटीसी टेबल:
मौजूदा डब्लूटीसी टेबल |
दक्षिण अफ्रीका: 63.3% (पहला स्थान)
ऑस्ट्रेलिया: 61.71% (दूसरा स्थान)
भारत: 57.2% (तीसरा स्थान)
डब्लूटीसी फाइनल में पहुंचने के लिए भारत को सीरीज में कम से कम दो मैच जीतने होंगे। ब्रिस्बेन टेस्ट ड्रॉ होने से यह कार्य और कठिन हो जाएगा।
गाबा में भारत का ऐतिहासिक प्रदर्शन
पिछली बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भारत ने गाबा में शानदार प्रदर्शन करते हुए ऑस्ट्रेलिया को हराया था। इस जीत ने ऑस्ट्रेलिया के इस मैदान पर अजेय होने का मिथक तोड़ दिया था। भारत इस बार भी उसी जज्बे और आत्मविश्वास के साथ मैदान पर उतरना चाहेगा।
क्या होगा अगर मैच ड्रॉ हुआ?
ड्रॉ होने से भारत को डब्लूटीसी की रेस में नुकसान होगा।
टीम इंडिया को अंतिम दोनों टेस्ट (मेलबर्न और सिडनी) में जीत दर्ज करनी होगी।
खिलाड़ियों पर मानसिक दबाव बढ़ सकता है।
उम्मीदों पर खरा उतरने का समय
भले ही बारिश के कारण इस मैच के ड्रॉ होने की संभावना है, लेकिन टीम इंडिया को अपने प्रदर्शन पर ध्यान केंद्रित रखना होगा। अगर टीम शुरुआती दिनों में बढ़त बना लेती है, तो नतीजा वक्त से पहले आ सकता है।
ब्रिस्बेन का मौसम और बारिश भारत के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकते हैं, लेकिन भारतीय टीम के पास गाबा में इतिहास दोहराने और डब्लूटीसी फाइनल की रेस में बने रहने का मौका है। टीम इंडिया को हर परिस्थिति का डटकर सामना करना होगा। अब देखना यह है कि गाबा में भारत किस तरह का प्रदर्शन करता है।
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