भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज खिलाड़ी, रोहित शर्मा और विराट कोहली |
भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज खिलाड़ी, रोहित शर्मा और विराट कोहली, जिन्होंने सालों तक अपने प्रदर्शन से करोड़ों फैंस का दिल जीता है, इस समय आलोचनाओं के घेरे में हैं। ऑस्ट्रेलिया दौरे पर इनका प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा है। खासतौर पर मेलबर्न टेस्ट में जब टीम इंडिया को इनकी सबसे ज्यादा जरूरत थी, ये दोनों बल्लेबाज बुरी तरह फ्लॉप हुए।
रोहित शर्मा और विराट कोहली का प्रदर्शन
रोहित शर्मा: हिटमैन के नाम से मशहूर रोहित शर्मा ने मेलबर्न टेस्ट में केवल 9 रन बनाए। 40 गेंदों तक क्रीज पर टिके रहने के बाद भी वह बड़ी पारी खेलने में असफल रहे।
विराट कोहली: रन मशीन के नाम से जाने जाने वाले विराट कोहली ने 29 गेंदों में मात्र 5 रन बनाए। उनकी पुरानी कमजोरी, ऑफ स्टंप के बाहर की गेंदों पर आउट होना, एक बार फिर सामने आई।
इन आंकड़ों को देखते हुए फैंस में निराशा और गुस्सा लाज़मी है। सोशल मीडिया पर "हैप्पी रिटायरमेंट" ट्रेंड करने लगा है, और कई लोग यह मांग कर रहे हैं कि अब इन दिग्गजों को युवाओं के लिए जगह छोड़ देनी चाहिए।
क्यों उठ रहे हैं संन्यास लेने के सवाल?
1. लगातार खराब प्रदर्शन: पिछले कुछ मैचों से रोहित और विराट का प्रदर्शन बेहद साधारण रहा है। विराट कोहली ने चार मैचों में 167 रन बनाए, जिसमें केवल एक शतक शामिल है। वहीं, रोहित शर्मा ने तीन मैचों में कुल 31 रन बनाए हैं।
2. टीम पर बढ़ता दबाव: जब टीम के सबसे अनुभवी खिलाड़ियों से रन बनाने की उम्मीद होती है और वे असफल होते हैं, तो इसका सीधा असर टीम के प्रदर्शन और मनोबल पर पड़ता है।
3. युवाओं को मौका: टीम में प्रतिभाशाली युवा खिलाड़ी हैं, जो बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं। नितेश कुमार रेड्डी जैसे खिलाड़ी शानदार फॉर्म में हैं और टीम को नई ऊर्जा दे सकते हैं।
फैंस की नाराजगी
फैंस का गुस्सा जायज़ है। क्रिकेट प्रेमी अपने पसंदीदा खिलाड़ियों को अच्छा प्रदर्शन करते देखना चाहते हैं। लेकिन जब लगातार खराब प्रदर्शन होता है, तो निराशा बढ़ जाती है। मेलबर्न टेस्ट से वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) फाइनल का रास्ता तय हो सकता था, लेकिन रोहित और विराट की विफलता ने फैंस को निराश किया है।
क्या करना चाहिए बीसीसीआई को?
चयनकर्ताओं को चाहिए कि वे प्रदर्शन के आधार पर निर्णय लें। जब चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे को खराब फॉर्म के चलते बाहर किया जा सकता है, तो रोहित और विराट को लेकर अलग नियम क्यों?
युवाओं को मौका देना अब समय की जरूरत है। रोहित और विराट को आराम देकर नए खिलाड़ियों को तैयार करना चाहिए।
क्या इन खिलाड़ियों को पांचवां टेस्ट खेलना चाहिए?
यह एक बड़ा सवाल है। अगर प्रदर्शन में सुधार नहीं होता, तो रोहित शर्मा और विराट कोहली को खुद इस बारे में सोचना चाहिए। इससे न केवल टीम को फायदा होगा, बल्कि उनके क्रिकेट करियर का सम्मानजनक अंत भी हो सकेगा।
आपकी राय क्या है?
क्या रोहित और विराट को पांचवां टेस्ट खेलना चाहिए, या युवाओं को मौका देकर टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लेना चाहिए? अपनी राय हमें कमेंट में बताएं।
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