प्रधानमंत्री मोदी ने अश्विन के इस निर्णय पर एक भावुक पत्र लिखा |
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान भारतीय टीम के अनुभवी ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने अचानक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा करके सभी को चौंका दिया। अश्विन के इस फैसले ने न केवल उनके प्रशंसकों बल्कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी अचंभित कर दिया।
प्रधानमंत्री मोदी ने अश्विन के इस निर्णय पर एक भावुक पत्र लिखा, जिसमें उनके करियर की प्रशंसा की और उनके योगदान को याद किया। प्रधानमंत्री ने पत्र में अश्विन के करियर के कई महत्वपूर्ण क्षणों और उनकी खेल भावना की सराहना की।
प्रधानमंत्री मोदी का पत्र:
पीएम मोदी ने लिखा:
> "मुझे उम्मीद है कि यह पत्र आपको अच्छे स्वास्थ्य और असीम उत्साह के साथ प्राप्त होगा। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से आपकी रिटायरमेंट की घोषणा ने भारत सहित दुनिया भर के प्रशंसकों को अचंभित कर दिया है। जब सभी लोग आपकी शानदार गेंदबाजी का इंतजार कर रहे थे, आपने अचानक खेल से अलविदा कहने का निर्णय लिया। यह जानकर हर किसी को आश्चर्य हुआ।"
उन्होंने आगे लिखा:
> "आपके करियर में ऐसे कई क्षण आए जब आपने अपनी खेल भावना और प्रतिबद्धता से हर किसी का दिल जीत लिया। विपरीत परिस्थितियों में भी आपने खेल को प्राथमिकता दी। चेन्नई की बाढ़ के दौरान जब आप अपने परिवार से संपर्क नहीं कर पा रहे थे, तब भी आपने मैदान पर डटे रहकर अपने समर्पण का परिचय दिया।"
अश्विन के करियर की तारीफ:
प्रधानमंत्री ने पत्र में अश्विन के ऐतिहासिक रिकॉर्ड्स का भी उल्लेख किया।
765 अंतरराष्ट्रीय विकेट और टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा 'प्लेयर ऑफ द सीरीज' अवॉर्ड जीतने का कीर्तिमान।
2021 में सिडनी में मैच बचाने वाली साहसिक पारी और 2011 के वनडे वर्ल्ड कप में योगदान जैसे ऐतिहासिक क्षणों का भी जिक्र किया।
उन्होंने कहा कि जर्सी नंबर 999 को क्रिकेट फैंस हमेशा याद करेंगे।
अश्विन का योगदान:
2010 से 2024 तक अश्विन ने भारतीय क्रिकेट के हर फॉर्मेट में अपनी छाप छोड़ी।
2011 वनडे वर्ल्ड कप विजेता टीम का हिस्सा।
आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में टीम इंडिया को फाइनल तक पहुंचाने में अहम योगदान।
बल्ले और गेंद दोनों से अश्विन ने कई ऐतिहासिक प्रदर्शन किए।
प्रधानमंत्री मोदी की अंतिम शुभकामनाएं:
प्रधानमंत्री ने अपने पत्र में लिखा:
> "आपका संन्यास भारतीय क्रिकेट के लिए एक बड़ा नुकसान है, लेकिन आपके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा। कठिन परिस्थितियों में आपके धैर्य और टीम को प्राथमिकता देने के लिए मेरी तरफ से हार्दिक शुभकामनाएं। आने वाले समय में भी आप सफलता की नई ऊंचाइयां छुएं।"
प्रधानमंत्री का यह पत्र अश्विन के प्रति उनकी गहरी प्रशंसा और भारतीय खेल जगत में उनके योगदान की सराहना का प्रतीक है। अश्विन का क्रिकेट से संन्यास न केवल टीम इंडिया बल्कि करोड़ों फैंस के लिए एक भावनात्मक क्षण है।
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