Ticker

6/recent/ticker-posts

Ad Code

रोहित शर्मा की कप्तानी का युग: भारतीय क्रिकेट में अंत?

रोहित शर्मा की कप्तानी का भी अंत होता नजर आ रहा है।
रोहित शर्मा की कप्तानी का भी अंत होता नजर आ रहा है।

साल 2024 का अंत हो रहा है, और इसी के साथ भारतीय क्रिकेट में रोहित शर्मा की कप्तानी का भी अंत होता नजर आ रहा है। मेलबर्न टेस्ट के बाद शायद ही रोहित शर्मा को वाइट ब्लेज़र पहने हुए और टेस्ट क्रिकेट में कप्तानी करते हुए देखा जाए। उनके हालिया फैसले न सिर्फ खराब साबित हुए हैं, बल्कि भारतीय क्रिकेट के इतिहास में सबसे खराब कप्तानी निर्णयों में गिने जा सकते हैं।

कप्तानी में स्वार्थ और गलत फैसलों का दौर

रोहित शर्मा पर आरोप लग रहे हैं कि वह अब बेहद स्वार्थी और व्यक्तिगत उपलब्धियों के पीछे भागने वाले कप्तान बन गए हैं।

उनकी फिटनेस और प्रदर्शन दोनों सवालों के घेरे में हैं।

बढ़ते वजन और उम्र के कारण उनका प्रदर्शन गिरता जा रहा है। सुनील गावस्कर तक ने कहा कि उनकी उम्र और फिटनेस का असर साफ दिख रहा है।

शुभमन गिल जैसे प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को बाहर कर उन्होंने खुद ओपनिंग करने का फैसला किया, जो मेलबर्न टेस्ट में गलत साबित हुआ।

मेलबर्न टेस्ट में गलत रणनीति

मेलबर्न टेस्ट में रोहित शर्मा ने खुद ओपनिंग करने का फैसला लिया और केवल तीन रन बनाकर आउट हो गए। उन्होंने पांच गेंद खेलीं और पांचवीं गेंद पर पुल शॉट खेलने की कोशिश में विकेट गंवा बैठे। यह फैसला न केवल उनका खराब प्रदर्शन उजागर करता है, बल्कि टीम के कॉम्बिनेशन को भी बिगाड़ गया।

शुभमन गिल, जो नंबर तीन पर खेलने के लिए आदर्श थे, को बाहर कर दिया गया।

राहुल और यशस्वी जैसे युवा खिलाड़ियों की साझेदारी को तोड़ दिया गया।

आंकड़े जो कप्तानी और प्रदर्शन पर सवाल उठाते हैं

2024 में भारतीय बल्लेबाजों के प्रदर्शन पर नजर डालें, तो रोहित शर्मा का नाम कहीं भी शीर्ष पर नहीं दिखता।

1. यशस्वी जायसवाल: 15 टेस्ट, 1394 रन, औसत 54

2. शुभमन गिल: 12 टेस्ट, 866 रन, औसत 43.3

3. रोहित शर्मा: 14 टेस्ट, केवल 610 रन, औसत 25

यशस्वी और शुभमन गिल का प्रदर्शन न केवल बेहतर है, बल्कि टीम के लिए अहम योगदान रहा है। इसके विपरीत, रोहित शर्मा का औसत 25 से थोड़ा ही ऊपर है, जो कप्तान के रूप में उनकी विफलता को दर्शाता है।

टीम में "मुंबई लॉबी" और राजनीति के आरोप

रोहित शर्मा पर आरोप हैं कि वह टीम में अपने स्थान को बनाए रखने के लिए मुंबई लॉबी का सहारा ले रहे हैं।

शुभमन गिल और अन्य युवा खिलाड़ियों को टीम से बाहर रखा जा रहा है।

कोच और सिलेक्टर्स भी इस स्थिति पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं।

रोहित शर्मा की कप्तानी का अंत जरूरी

मेलबर्न टेस्ट के बाद यह साफ है कि अब रोहित शर्मा की कप्तानी का युग खत्म होना चाहिए।

भारतीय क्रिकेट को नए नेतृत्व और ऊर्जा की जरूरत है।

युवा खिलाड़ियों को मौका देकर टीम को भविष्य के लिए तैयार करना होगा।

साल 2024 के अंत के साथ ही भारतीय क्रिकेट को भी बदलाव की जरूरत है। रोहित शर्मा की कप्तानी का समय खत्म हो चुका है, और अब भारतीय टीम को नए कप्तान और नई सोच के साथ आगे बढ़ने का समय है।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ