सैम अयूब शतक |
साउथ अफ्रीका और पाकिस्तान के बीच हुए दूसरे टी-20 मुकाबले में एक ऐसी घटना हुई जिसने क्रिकेट प्रेमियों को हैरान कर दिया। युवा बल्लेबाज सैम अयूब, जो हाल ही में शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं, इस मैच में इतिहास रचने के बेहद करीब थे। लेकिन अंत में वह नॉन-स्ट्राइकर एंड पर खड़े-खड़े रह गए, और उनका शतक अधूरा रह गया। सवाल यह उठता है कि क्या यह उनके साथ एक धोखा था? क्या उनके साथी खिलाड़ियों ने जानबूझकर उनकी बल्लेबाजी आने नहीं दी?
सैम अयूब की पारी
मैच के दौरान सैम अयूब ने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए 98 रनों की नाबाद पारी खेली। उन्होंने हर गेंदबाज को निशाने पर लिया और अपने शतक से मात्र दो रन दूर थे। लेकिन आखिरी ओवरों में उन्हें स्ट्राइक ही नहीं मिल पाई।
18वें ओवर की कहानी
18वें ओवर की पहली गेंद पर सैम अयूब ने डॉट खेली, दूसरी पर दो रन भागे और तीसरी गेंद पर एक रन लिया। अब वह 98 रनों पर पहुंच गए थे और ऐसा लग रहा था कि उनके पास पर्याप्त गेंदें हैं शतक पूरा करने के लिए।
इसके बाद इरफान खान ने चौका और एक सिंगल लिया, जिससे ओवर खत्म हो गया। 19वें ओवर में इरफान और अब्बास अफरीदी ने बल्लेबाजी की। अब्बास ने इस ओवर में चौके लगाए, लेकिन सैम अयूब को स्ट्राइक देने की कोशिश नहीं की।
क्या हुआ आखिरी ओवर में?
आखिरी ओवर की दो गेंदें इरफान ने खेलीं, फिर वह आउट हो गए। अब्बास ने बाकी चार गेंदें खेलीं और चौके लगाए। अंत में सैम अयूब 98 रनों पर नाबाद रह गए। यदि उनके साथी खिलाड़ी सिर्फ एक बार उन्हें स्ट्राइक दे देते, तो शायद वह अपना शतक पूरा कर लेते।
जानबूझकर हुआ या टीम की रणनीति?
यह कहना मुश्किल है कि इरफान खान और अब्बास अफरीदी ने जानबूझकर सैम अयूब को शतक से रोका। यह भी हो सकता है कि उन्होंने टीम के लिए तेजी से रन बनाने को प्राथमिकता दी। लेकिन एक क्रिकेट प्रेमी के तौर पर यह देखना निराशाजनक था कि सिर्फ दो रन बनाकर सैम अयूब इतिहास नहीं बना पाए।
शतक का महत्व
अगर सैम अयूब यह शतक बनाते, तो वह बाबर आजम के बाद पाकिस्तान के लिए टी-20 क्रिकेट में शतक लगाने वाले दूसरे खिलाड़ी बन जाते। यह उनके करियर के लिए एक बड़ी उपलब्धि होती।
क्रिकेट प्रेमियों की प्रतिक्रिया
क्रिकेट फैंस का मानना है कि टीम भावना के तहत इरफान और अब्बास को एक रन लेकर सैम अयूब को मौका देना चाहिए था। टीम के हित में रन बनाना जरूरी है, लेकिन व्यक्तिगत उपलब्धियां भी खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाती हैं।
0 टिप्पणियाँ