डेविड वॉर्नर बाल-बाल बचे, टूटा बल्ला लगा गर्दन पर – हेलमेट ने बचाई जान |
क्रिकेट के मैदान पर हादसे होना आम बात है, लेकिन कभी-कभी ऐसे दृश्य सामने आते हैं जो हर किसी को हैरान और सहमा देते हैं। हाल ही में बिग बैश लीग (BBL) के एक मैच में डेविड वॉर्नर के साथ ऐसा ही कुछ हुआ। यह घटना क्रिकेट में हेलमेट की अहमियत को फिर से साबित करती है।
क्या हुआ डेविड वॉर्नर के साथ?
सिडनी थंडर और होबार्ट हरिकेन्स के बीच खेले गए इस मुकाबले के दौरान 3.1 ओवर में गेंदबाज रिले मैड्रिड की गेंद पर वॉर्नर शॉट खेलने गए। शॉट तो शानदार था, लेकिन उनके बल्ले का हैंडल अचानक टूट गया। टूटे हुए बल्ले का हिस्सा वॉर्नर के सिर के पीछे, हेलमेट के पास जा लगा। हेलमेट के पीछे गर्दन की सुरक्षा के लिए लगे गार्ड की वजह से उनकी जान बच गई।
यह घटना देखकर पहले तो कमेंटेटर्स और दर्शक हंस पड़े, लेकिन जब इसे ध्यान से देखा गया तो सभी के रोंगटे खड़े हो गए। अगर वॉर्नर ने हेलमेट नहीं पहना होता, तो यह चोट गंभीर हो सकती थी।
हेलमेट और सेफ्टी गार्ड क्यों जरूरी हैं?
इस घटना ने फिल ह्यूज की यादें ताजा कर दीं, जिनकी गर्दन पर गेंद लगने से दुखद मौत हो गई थी। फिल ह्यूज की घटना के बाद क्रिकेट हेलमेट में गर्दन के पीछे बैक गार्ड जोड़े गए थे। यह बैक गार्ड तेज गेंदबाजों की बाउंसर या अन्य चोटों से गर्दन को बचाने में मदद करता है। वॉर्नर के मामले में यह गार्ड उनके टूटे हुए बल्ले से लगी चोट को रोकने में कारगर साबित हुआ।
डेविड वॉर्नर का प्रदर्शन
हालांकि इस घटना से वॉर्नर विचलित नहीं हुए और उन्होंने शानदार प्रदर्शन करते हुए 8 रनों का योगदान दिया। उनकी टीम सिडनी थंडर ने 164 रन बनाए, लेकिन होबार्ट हरिकेन्स ने 165 रन बनाकर मैच छह विकेट से जीत लिया।
क्या कहती है यह घटना?
यह घटना क्रिकेट में सेफ्टी गियर की अहमियत को बताती है। चाहे आप बैटिंग कर रहे हों या नॉन-स्ट्राइकर एंड पर खड़े हों, हेलमेट पहनना जरूरी है। चोट कब, कहां और कैसे लग जाए, इसका अंदाजा नहीं लगाया जा सकता। इस घटना ने यह भी दिखा दिया कि बल्ला टूटने जैसी दुर्लभ घटनाएं भी खिलाड़ियों को नुकसान पहुंचा सकती हैं।
आपका क्या कहना है?
अगर आपने भी क्रिकेट में ऐसा कोई हादसा देखा है, तो हमें कमेंट सेक्शन में जरूर बताएं।
0 टिप्पणियाँ