Ticker

6/recent/ticker-posts

Ad Code

सूर्यकुमार यादव ने जीता दिल! इंग्लैंड को हराया, लेकिन ट्रॉफी युवाओं को सौंपी

सूर्यकुमार यादव ने जीता दिल! इंग्लैंड को हराया, लेकिन ट्रॉफी युवाओं को सौंपी
सूर्यकुमार यादव ने जीता दिल! इंग्लैंड को हराया, लेकिन ट्रॉफी युवाओं को सौंपी

भारतीय क्रिकेट टीम ने इंग्लैंड के खिलाफ टी20 सीरीज में ऐतिहासिक जीत दर्ज की, लेकिन इस जीत से भी ज्यादा चर्चा का विषय बना कप्तान सूर्यकुमार यादव का विनम्र स्वभाव। मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेले गए इस निर्णायक मुकाबले में भारत ने इंग्लैंड को 150 रनों से करारी शिकस्त दी। इस धमाकेदार जीत के नायक रहे युवा बल्लेबाज अभिषेक शर्मा, जिन्होंने तूफानी शतक जड़ा। लेकिन जब ट्रॉफी उठाने की बारी आई, तो सूर्यकुमार यादव ने कुछ ऐसा किया जिसने फैंस का दिल जीत लिया।

मैच का पूरा हाल:

टीम इंडिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 9 विकेट पर 247 रन बनाए। इस विशाल स्कोर का सबसे बड़ा योगदान रहा अभिषेक शर्मा का, जिन्होंने महज 47 गेंदों में 135 रनों की विस्फोटक पारी खेली। उनके अलावा रिंकू सिंह और संजू सैमसन ने भी अहम पारियां खेलीं। लक्ष्य का पीछा करने उतरी इंग्लैंड की टीम भारतीय गेंदबाजों के आगे पूरी तरह बेबस नजर आई और 10.3 ओवर में महज 97 रन पर ढेर हो गई।

इंग्लैंड के लिए फिल साल्ट (55) ही कुछ संघर्ष कर पाए, जबकि बाकी बल्लेबाज बुरी तरह फ्लॉप रहे। भारतीय गेंदबाजों में मोहम्मद शमी (3 विकेट), वरुण चक्रवर्ती (2 विकेट), शिवम दुबे (2 विकेट) और अभिषेक शर्मा (2 विकेट) ने इंग्लिश बल्लेबाजों की कमर तोड़ दी।

सूर्यकुमार यादव ने फिर दोहराई 'धोनी परंपरा'

टीम इंडिया की इस बड़ी जीत के बाद वानखेड़े स्टेडियम में जब कप्तान सूर्यकुमार यादव को ट्रॉफी दी गई, तो उन्होंने इसे खुद उठाने की बजाय युवा खिलाड़ियों हर्षित राणा और ध्रुव जुरेल को सौंप दिया। यह परंपरा पहले एम.एस. धोनी ने शुरू की थी, जिसे विराट कोहली, रोहित शर्मा और हार्दिक पांड्या ने आगे बढ़ाया। अब सूर्यकुमार यादव भी उसी रास्ते पर चलते हुए दिखे।

हर्षित राणा और ध्रुव जुरेल भले ही इस मैच में ज्यादा मौके न पा सके हों, लेकिन वे इस जीत का हिस्सा थे। जब सूर्यकुमार ने उन्हें ट्रॉफी सौंपी, तो दोनों युवा खिलाड़ी बेहद खुश नजर आए। यह कप्तानी का एक शानदार उदाहरण है, जहां टीम लीडरशिप में आत्ममुग्धता के बजाय टीम स्पिरिट को प्राथमिकता दी जाती है।

भारत की ऐतिहासिक जीत के 3 बड़े हीरो

1. अभिषेक शर्मा – तूफानी शतक

अभिषेक शर्मा इस मैच में छा गए। उन्होंने इंग्लैंड के गेंदबाजों की धज्जियां उड़ाते हुए 135 रन ठोके, जिसमें 12 छक्के और 8 चौके शामिल थे। यह किसी भी युवा भारतीय बल्लेबाज द्वारा टी20 में खेली गई सबसे यादगार पारियों में से एक बन गई।

2. मोहम्मद शमी – घातक गेंदबाजी

शमी ने पावरप्ले में ही इंग्लैंड को बैकफुट पर धकेल दिया। उन्होंने 3 विकेट झटके और विपक्षी टीम को वापसी का कोई मौका नहीं दिया।

3. सूर्यकुमार यादव – प्रेरणादायक कप्तानी

मैदान के अंदर और बाहर सूर्यकुमार यादव की कप्तानी लाजवाब रही। उनके फैसलों ने इस मुकाबले को पूरी तरह भारत के पक्ष में मोड़ दिया। और अंत में ट्रॉफी युवाओं को सौंपने का उनका अंदाज फैंस के दिलों को छू गया।

कैसे इंग्लैंड की टीम धराशायी हो गई?

इंग्लैंड के लिए यह दौरा बेहद निराशाजनक रहा। पूरी सीरीज में वे टीम इंडिया के सामने कमजोर नजर आए। उनकी बल्लेबाजी खासकर फ्लॉप रही, और इस आखिरी मुकाबले में तो वे सिर्फ 97 रन ही बना पाए।

टीम इंडिया के इस ऐतिहासिक प्रदर्शन के बाद यह कहना गलत नहीं होगा कि युवा खिलाड़ियों की नई पीढ़ी भारतीय क्रिकेट को अगले स्तर पर ले जाने के लिए पूरी तरह तैयार है। और जब टीम को ऐसा कप्तान मिले, जो न केवल खुद अच्छा खेले बल्कि दूसरों को भी आगे बढ़ाए, तो सफलता निश्चित होती है।

क्या सूर्यकुमार यादव ने सही किया जो ट्रॉफी खुद नहीं उठाई? अपनी राय कमेंट में बताएं!

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ