हिटमैन की धमाकेदार वापसी
रोहित शर्मा ने अपने बल्ले से जबरदस्त वापसी की है। 487 दिनों के लंबे इंतजार के बाद उनके बल्ले से शतक निकला, और वो भी बेहद योजनाबद्ध तरीके से। यह कोई तुक्का नहीं था, बल्कि एक सीक्रेट प्लानिंग का नतीजा था।
आउट ऑफ फॉर्म से वापसी की जरूरत क्यों थी?
बीते कुछ महीनों से रोहित शर्मा का प्रदर्शन उम्मीदों पर खरा नहीं उतर रहा था। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में फ्लॉप रहने के बाद, वनडे में भी बड़ी पारियां नहीं निकल रही थीं। ऐसे में चैंपियंस ट्रॉफी से पहले उनका फॉर्म में आना बेहद जरूरी था।
रोहित का सीक्रेट प्लान क्या था?
मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में रोहित शर्मा ने बताया कि यह शतक कोई तुक्का नहीं था, बल्कि पूरी योजना के साथ बनाया गया था।
- रिस्क-फ्री बैटिंग: रोहित ने ज्यादा रिस्की शॉट्स नहीं खेले, बल्कि बॉल की मेरिट पर शॉट लगाए।
- स्टंप्स की ओर आती गेंदों पर फोकस: उन्होंने खासतौर पर उन गेंदों का सामना करने की प्रैक्टिस की जो स्टंप्स की तरफ आती हैं।
- गैप ढूंढने की रणनीति: लगातार सिंगल्स और डबल्स लेकर स्ट्राइक रोटेट करने पर ध्यान दिया।
- टीम सपोर्ट का फायदा: शुभमन गिल और श्रेयस अय्यर ने उनके ऊपर कोई दबाव नहीं आने दिया, जिससे वे अपना स्वाभाविक खेल खेल सके।
मैच में रोहित की शानदार पारी
रोहित शर्मा ने इस मैच में 99 गेंदों पर 119 रन बनाए, जिसमें 12 चौके और 7 छक्के शामिल थे। यह उनके वनडे करियर का 32वां शतक था, जो 487 दिनों के बाद आया। इस प्रदर्शन के लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच भी चुना गया।
चैंपियंस ट्रॉफी से पहले इंडिया के लिए राहत
रोहित शर्मा की यह फॉर्म भारतीय टीम के लिए चैंपियंस ट्रॉफी से पहले एक बड़ी राहत है। जब कप्तान शानदार फॉर्म में होता है, तो पूरी टीम का आत्मविश्वास भी बढ़ता है। अगर रोहित इसी लय को बरकरार रखते हैं, तो भारत को ट्रॉफी जीतने में बड़ी मदद मिलेगी।
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